ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल
लखनऊ। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी और रूप चतुर्दशी (रूप निखारने का पर्व) के पर्व के रूप में मनाया जायेगा। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 05 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 31 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी। रूप चतुर्दशी के दिन सूर्याेदय के पूर्व उठकर तिल के तेल से मालिश करके स्नान करना चाहिए। उसके पश्चात भगवान श्री कृष्ण के निमित्त दीपक जलाकर लम्बी आयु और आरोग्य की प्रार्थना करें। अपनी समृद्धि हेतु प्रार्थना करें और सांयकाल महालक्ष्मी और कुबेर के निर्मित दीपक प्रज्वलित कर उनके मंत्रो का जाप करें और आर्थिक समृद्धि की प्रार्थना करें। इस दिन सांयकाल में यमराज के निमित्त दीप दान करना चाहिए। नरक चतुर्दशी पर यम दीपक समय – शाम 05.30 – शाम से 07.02 के बीच।